Lakshya or jivan लक्ष्य और जीवन
Goals and life.
. नमस्कार हिंदी पुंज में आपका स्वागत है आज हम लक्ष्य और जीवन पर चर्चा करेंगे ।मनुष्य को जीवन में सार्थक चीजें प्राप्त करने के लिए लक्ष्य बनाना अत्यंत आवश्यक है । जब स्पष्ट लक्ष्य होता है तो हम जो कार्य करते हैं उससे आनंद का एहसास करते हैं । इससे हमारा जीवन अनुशासित हो जाता है । इसलिए हर मनुष्य का जीवन उद्देश्यपूर्ण होना चाहिए । जब हम लक्ष्य बना लेते हैं तो वह हमें हरदम सचेष्ट करता है । हमारी रुचि बनाए रखता है । जब हम ऐसे लक्ष्य से प्रेरित होते हैं जिनका गहरा अर्थ हो , ऐसे सपनों से प्रेरित होते हैं जिनके पूर्ण होने की चाहत हो , और ऐसे प्रेम से प्रेरित होते हैं जिसको व्यक्त करने की जरूरत हो तो हम वाकई में जिंदगी जीते हैं । लक्ष्य के निर्धारण से फायदा यह होता है कि हमें मेहनत करने के लिए एक सही दिशा ज्ञात होती है और बीच में बाधाएं आने पर हम विचलित नहीं होते , बल्कि उनसे संघर्ष करते हैं । हेनरी फोर्ड कहते हैं कि बाधा ऐसी डरावनी चीज है जो लक्ष्य से आंख हटते ही आपको दिखती है । अतः कोशिश यही होनी चाहिए कि आंखें लक्ष्य पर निरंतर लगी रहें । लक्ष्य तय करके आप उस पर अपनी दृष्टि निरंतर बनाए रखें जब तक उस लक्ष्य का सफल भेदन न हो जाए । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलीन पीयर्स अपने वकालत के पेशे में शुरुआत में असफल हो गए , लेकिन उन्होंने यह लक्ष्य बना लिया था कि 999 बार असफल होने पर भी वह वकालत ही करेंगे । बाद में वह अपने दृढ़ संकल्प के चलते न केवल एक सफल वकील बने , बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति भी । जब हम किसी लक्ष्य को अपने दिल में जन्म देते हैं तब हम उस लक्ष्य में अपना संबंध स्थापित कर लेते हैं और जितनी दृढ़ता से उसके लिए प्रयत्न करते हैं उतना ही वह उतना ही हमारे करीब आ जाता है । नेपोलियन कहते हैं कि जब किसी व्यक्ति द्वारा अपने लक्ष्य को इतनी गहराई से चाहा जाता है _ _ कि वह उसके लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार होता है , तब उसकी जीत यह होती है ।

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