Vyavahar ka jivan me mahatva व्यवहार का जीवन मे महत्व
व्यवहार क्या है।
व्यवहार स्कूलों में छात्रों के कई समूह होते हैं । वे सभी अपनी रुचि के अनुसार आपस में जुड़ते हैं । वहां कई ऐसे समूह होते हैं , जो आपस में मिलकर किसी की आलोचना करने या किसी के जीवन में मुश्किलें पैदा करने पर ध्यान देते हैं । एक छात्र के रूप में हमें पढ़ाई के अलावा यह भी जानना चाहिए कि हम सब उस परमात्मा की संतान हैं । हममें से प्रत्येक में बुराइयों से ज्यादा अच्छाइयां हैं , इसलिए हमें सिर्फ अच्छे पक्ष पर ही ध्यान देना है ।
अगर हम यह समझ जाएं तो हमारा व्यवहार लोगों के साथ बेहतर होता चला जाएगा । यदि हमारे समूह में ऐसे लोग हैं , जो दूसरों की आलोचना करते हैं तो हमें उसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए । यदि हम ऐसा करेंगे तो सकारात्मक सोच वाले कई बच्चे हमसे मित्रता करना चाहेंगे । ऐसा करने से हमारी जिंदगी शांति से भरी होगी । अक्सर हमारे पड़ोस में भी कुछ ऐसे लोग होते हैं , जो दूसरों को परेशान करते हैं । हमें उनके साथ नम्रता से और एक शांत व्यक्ति के रूप में पेश आना चाहिए , क्योंकि टकराव करने से समाधान नहीं निकलता है । हमें कभी किसी दूसरे व्यक्ति के साथ हिंसक व्यवहार नहीं रखना चाहिए । हमें चाहिए कि सबके साथ प्रेम का व्यवहार करें । दरअसल समय के साथ दूसरे इंसान को भी यह अहसास हो जाता है । कि वे जो कर रहे थे , वह गलत था । फिर उनमें भी बदलाव आ जाता है ।
यह उम्मीद करना कि दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति अच्छा ही होगा , संभव ही नहीं है । यहां हर तरह के लोग हैं । कुछ लोग हमें परेशान करते हैं , चाहे के हमारे स्कूल में , पड़ोस में या हमारे काम करने के स्थान पर हों , लेकिन जब हम खुद को शांत रखेंगे । और अपने सिद्धांतों पर कायम रहेंगे तो समय के साथ हम परेशान होने के बजाय खुश रहेंगे । जिसका प्रभाव आस - पास के वातावरण पर भी पड़ेगा । यदि हम अपने मिलने वालों से प्रेमपूर्वक व्यवहार करेंगे तो अपने चारों ओर एक शांतिमय माहौल पाएंगे ।
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