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समोसा, जलेबी और पिज़्ज़ा सेहत के लिए कितना खतरनाक है? जानिए पूरी सच्चाई

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  प्रस्तावना आज के समय में फास्ट फूड और तले-भुने व्यंजनों का क्रेज़ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। समोसा, जलेबी और पिज़्ज़ा जैसे स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ हमारे रोज़मर्रा के खान-पान का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन चीज़ों का आपकी सेहत पर कितना बुरा असर पड़ सकता है? इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि समोसा, जलेबी और पिज़्ज़ा आपकी सेहत के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं, किन बीमारियों का कारण बनते हैं और कैसे आप इनसे बच सकते हैं। समोसा – स्वाद का जाल या स्वास्थ्य का दुश्मन? समोसे में क्या होता है? समोसा मुख्यतः मैदे से बनाया जाता है जिसमें आलू, मटर या अन्य मसालेदार भरावन होता है। इसे तेज़ तेल में डीप फ्राई किया जाता है जिससे इसका स्वाद लाजवाब हो जाता है लेकिन सेहत के लिए खतरनाक बन जाता है। समोसे से होने वाले नुकसान अधिक कैलोरी : एक समोसे में लगभग 250-300 कैलोरी होती है जो वजन बढ़ाने का कारण बनती है। ट्रांस फैट : बार-बार एक ही तेल में तला गया समोसा शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। पाचन तंत्र खराब करता है : ज्यादा तला हुआ खाना पेट में गैस, एसिडिटी और कब्...

devshyani ekashi 2025 देवशयनी एकादशी 2025: महत्व, व्रत कथा, पूजा विधि एवं लाभ

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देवशयनी एकादशी 2025: महत्व, व्रत कथा, पूजा विधि एवं लाभ भूमिका हिंदू धर्म में एकादशी का अत्यंत विशेष महत्व होता है। हर माह में दो एकादशी तिथि आती हैं, जिनमें से आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। इसे हरिशयनी एकादशी , पद्मा एकादशी या आषाढ़ी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु के शयन पर जाने का प्रतीक होता है और इस दिन से चातुर्मास की शुरुआत मानी जाती है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि देवशयनी एकादशी क्या है, इसका धार्मिक महत्व, व्रत कथा, पूजन विधि और इस दिन व्रत करने से मिलने वाले लाभ। देवशयनी एकादशी क्या है? (What is Devshayani Ekadashi?) देवशयनी एकादशी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को आती है। इस दिन से भगवान विष्णु पाताल लोक में योगनिद्रा में चले जाते हैं और चार माह तक वहीं विश्राम करते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहते हैं। इसी दौरान विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन आदि मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। इस तिथि को भगवान विष्णु का पूजन करना, व्रत रखना और भगवान विष्णु के नाम का जाप करना विशेष पुण्यदायी होता...